Uttar Pradesh Mukhyamantri Baal Sewa Yojana:- कोरोनावायरस महामारी के कारण न जाने कितने ही लोगों की मृत्यु हुई है और कितने ही परिवारों ने अपने करीबी सदस्यों को खोया है। लेकिन कोरोना के कारण जो बच्चे अनाथ हो चुके हैं, उत्तर प्रदेश सरकार उन बच्चों का मसीहा बनकर सामने आई है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी जी ने कोरोना महामारी के कारण अनाथ हो चुके बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरूवात की है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान की है।
साथ ही साथ उनके आवास, शिक्षा, विवाह सभी चीजों का ख्याल रखा है। ऐसे में अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और आपने covid 19 संक्रमण में अपने किसी खास को खोया हैं। तो आप भी Uttar Pradesh Mukhyamantri Baal Sewa Yojana का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इस पोस्ट में दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें।
Contents
- 1 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना रजिस्ट्रेशन 2023 : हाइलाइट्स
- 2 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की पूरी जानकारी
- 3 यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य
- 4 UP मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ और विशेषता
- 5 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना रजिस्ट्रेशन की पात्रता
- 6 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
- 7 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में कुछ जरूरी बातें
- 8 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
- 9 सारांश
- 10 FAQ-
- 11 Conclusion
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना रजिस्ट्रेशन 2023 : हाइलाइट्स
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य रजिस्ट्रेशन |
शुरू करने वाले | उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी जी |
साल | 2023 |
उद्देश्य | कोरोना वायरस महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए। |
लाभार्थी | कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो देने वाले बच्चे |
आर्थिक सहायता | हर महीने 4000 रूपए |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | Click here |
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की पूरी जानकारी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की है। 2020 के कोरोना महामारी में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को या फिर अपने घर के कमाने वाले सदस्य को खोया हैं।
उन बच्चों को माता-पिता के चले जाने के बाद अच्छा जीवन देने के लिए 30 मई 2021 को Mukhyamantri Baal Sewa Yojana शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत जन्मजात शिशु से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों को सरकार अपने खर्चे पर पढ़ाने से लेकर उनका विवाह करने का पूरा खर्चा खुद उठाएगी।
योजना के लाभार्थी अनाथ बच्चों को किसी दूसरे पर आश्रित न रहना पड़े। इस वजह से सरकार उन्हें हर महीने ₹4000 की वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी। योजना के तहत लड़कियों को शिक्षा देने के साथ-साथ उनके विवाह तक का सारा खर्च उठाया जाएगा।
माता-पिता की मृत्यु के बाद, अगर किसी 10 वर्ष के उम्र से बच्चे का कोई गार्डियन नहीं है। तो फिर उस बच्चें को राजकीय बाल गृह में रहने के लिए जगह दी जायेगी। बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट ना आए, इसीलिए सरकार के तरफ से बच्चों को लैपटॉप / टैबलेट दिया जा रहा हैं।
यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बहुत से लोगों ने अपने परिवारों को खोया है और बहुत से बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है। कोरोना के कारण जिन बच्चों के माता-पिता अब दुनिया में नहीं रहे उन बच्चों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान किया जाएगा। माता-पिता के न होने के कारण अनाथ बच्चे दूसरों के ऊपर निर्भर ना रहे। इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार स्वयं उठा रही है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत इन अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता दी जाएगी और सिर्फ आर्थिक सहायता ही a बल्कि योजना के अंतर्गत बच्चों को आवास के साथppसाथ शिक्षा प्राप्त करने का भी अवसर मिलेगा। इतना ही नहीं इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा है कि COVID 19 के कारण जो लड़कियां अनाथ हो चुकी हैं।
उन्हें सरकार अपनी तरफ से पर्याप्त शिक्षा प्रदान करेंगे और जब लड़कियों की उम्र शादी लायक हो जाएगी, तब उनके विवाह का खर्च सरकार स्वयं उठाएगी। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों को जरूरत की हर चीज उपलब्ध करवाई जाएगी।
UP मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ और विशेषता
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत जिन बच्चों को योजना में शामिल किया जाएगा। उन्हें निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे –
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश के अंतर्गत उम्मीदवारों को हर महीने ₹4000 की वितीय सहायता प्रदान की जाएगी। जब तक बच्चे बड़े होकर कमाने लायक नहीं हो जाते, तब तक उन्हें योजना का लाभ दिया जाएगा।
- वे बच्चे जिनकी उम्र अभी 10 वर्ष है और जिन्होंने इस महामारी में अपने अभिभावकों को खो दिया है। योजना के अंतर्गत उन बच्चों को राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए राजकीय बाल गृह में आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ जिन लड़कियों को मिलेगा। उन लड़कियों को राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में या फिर राजकीय बाल गृह में आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- आवास के साथ-साथ योजना के तहत लड़कियों के विवाह का पूरा खर्च सरकार स्वयं उठाएगी। मुख्यमंत्री जी ने अनाथ लड़कियों की शादी के लिए 100,00,1 रुपए की वित्तीय सहायता देने की भी बात कही हैं।
- इस योजना के अंतर्गत नौवीं कक्षा में पढ़ रहें 2000 लाभार्थी बच्चों को आगे की पढ़ाई करने के लिए लैपटॉप या टैबलेट दिया जाएगा।
- वे बच्चे जिन्होंने कोरोना महामारी में अपने घर के कमाई करने वाले सदस्य को खो दिया हैं, उन्हें भी इस योजना के अंतर्गत लाभ दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत बच्चों के चल और अचल संपत्ति को भी कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना रजिस्ट्रेशन की पात्रता
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ केवल सही उम्मीदवारों को मिले। इसीलिए सरकार ने योजना के लाभार्थियों के लिए पात्रता निर्धारित की है। जिन उम्मीदवारों के पास ये पात्रता होगी, केवल वही योजना का लाभ प्राप्त कर पाएंगे।
- Mukhyamantri Baal Sewa Yojana के लाभार्थी की उम्र 18 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- इस योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के स्थाई निवासियों को ही दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से केवल वही बच्चे लाभान्वित होंगे। जिनके माता-पिता covid 19 महामारी में मारे गए हैं।
- अगर किसी आवेदक के माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु मार्च 2020 से पहले हुई हो और दूसरे की मृत्यु करना महामारी के कारण हुई हों। तब भी आवेदक योजना का लाभ प्राप्त कर सकता हैं।
- इसके अलावा यदि किसी बच्चे के माता-पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी हो और उसके लीगल गार्डन की मृत्यु कोरोना महामारी के वजह से हुई हो तो भी बच्चे को योजना का पूरा लाभ दिया जाएगा।
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार का माता-पिता के मृत्यु के 2 साल के अंदर योजना में आवेदन करना आवश्यक है।
- अगर बच्चे के माता-पिता की मृत्यु नहीं हुई है लेकिन बच्चें के घर के कमाने वाले सदस्य की मृत्यु कोरोना महामारी के कारण हो गई है। और बच्चों के माता-पिता की वार्षिक आय ₹200000 रुपए से कम है। तो बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन करने की पात्रता अगर आपके पास हैं। तो योजना में आवेदन करने के लिए आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज होने चाहिए –
- निवास प्रमाण पत्र
- बच्चों के अभिभावकों के मृत्यु का प्रमाण पत्र
- बच्चे की आयु का प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (घर के अर्निंग मेंबर के मृत्यु के पश्चात माता-पिता का आय प्रमाण पत्र जमा करना जरूरी हैं)
- लीगल अर्निंग गार्डियन के मृत्यु का प्रमाण पत्र
- आवेदक की फोटो कॉपी
- covid 19 से मृत्यु का प्रमाण पत्र
- साल 2019 से मृत्यु का प्रमाण पत्र
- शिक्षण संस्थान में रजिस्ट्रेशन का प्रमाण पत्र
अगर आपके पास योजना की पात्रता है और ये दस्तावेज हैं। तो आप इस योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में कुछ जरूरी बातें
उत्तर प्रदेश सरकार की तरह हरियाणा सरकार के द्वारा भी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए योजना को शुरू किया गया था।
- हरियाणा सरकार द्वारा शुरू किए गए इस योजना के तहत लाभार्थी बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में शिक्षा दी जाएगी।
- Mukhyamantri Baal Sewa Yojana के अंतर्गत 18 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों को हरियाणा सरकार की तरफ से ढाई हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी।
- आवेदक को योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए बच्चों का बैंक खाता खुलवाया जाएगा। इस बैंक खाते में सरकार द्वारा बच्चों के 18 वर्ष के होने तक 1500 रुपया जमा किया जाएगा।
- हरियाणा में जिन लड़कियों ने covid 19 में अपने अभिभावकों को खो दिया है। उन्हें कस्तूरबा गांधी बाल विद्यालय में इस योजना के तहत निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी।
- बेटियों की शादी के लिए हरियाणा सरकार उनके बैंक खाते में 51000 जमा करेंगी। जो उनके विवाह के समय ब्याज के साथ उन्हें दिया जाएगा।
- Mukhyamantri Baal Sewa Scheme के आवेदकों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा भी प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अगर आप इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा –
- UP Mukhyamantri Baal Sewa Yojana योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले आवेदक को ग्राम विकास / पंचायत अधिकारी या जिला प्रोबेशन अधिकारी या विकासखंड कार्यालय में जाना होगा और योजना का आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
- जो आवेदक शहरी क्षेत्र में रहते हैं उन्हें योजना का आवेदन पत्र प्राप्त करने के लिए तहसील, लेखपाल या जिला प्रोबेशन अधिकारी के पास जाना होगा।
- आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद आपको उसमें पूछे गए सभी जानकारी जैसे आपका नाम, पता, आयु, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी सब कुछ दर्ज करना होगा।
- Mukhyamantri Baal Sewa Yojana आवेदन फार्म को सही से भरने के बाद आपके ऊपर बताए गए दस्तावेज की कॉपी भी फार्म के साथ अटैच करनी पड़ेगी।
- अब आपको आवेदन फार्म को वही जमा कर देना है, जहां से आपको आवेदन फॉर्म मिला था।
- जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल कल्याण समिति के द्वारा आवेदक बच्चों का वेरिफिकेशन किया जाएगा।
- बच्चों का वेरिफिकेशन हो जाने के 15 दिन बाद आवेदन की प्रक्रिया पूरी होगी।
इस तरीके से आप आसानी से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक का माता-पिता की मृत्यु के 2 साल के अंदर आवेदन करना जरूरी है।
सारांश
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश राज्य के बच्चों के लिए शुरू की गई है। जिन्होंने कोरोना महामारी में अपने माता-पिता या फिर अपने लीगल गार्डियन को खो दिया है। इस योजना के तहत सरकार बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रही है।
Mukhyamantri Baal Sewa Yojana का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को अपने क्षेत्र के तहसील या पंचायत अधिकारी के पास जाकर आवेदन फार्म लेना होगा। आवेदन फार्म लेने के बाद उसे भरकर वापस से पंचायत अधिकारी को जमा करना होगा।
तत्पश्चात दस्तावेजों और आवेदन के वेरिफिकेशन के बाद आवेदक के आवेदन को स्वीकार कर लिया जाएगा। इस तरह से गरीब अनाथ बच्चे मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ प्राप्त कर पाएंगे।
FAQ-
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कब शुरू हुई?
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत 30 मई 2021 को हुई।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को किसने शुरू किया ?
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शुरू किया।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थी कौन होंगे ?
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थी उत्तर प्रदेश के मूल निवासी होंगे जिन्होंने कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो दिया है।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत कितने रुपए दिए जाएंगे ?
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत हर महीने ₹4000 दिए जाएंगे।
Conclusion
आज के इस पोस्ट में हमने आप को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में पूरी जानकारी दी है। इस लेख को पढ़ने के बाद आपको योजना के पात्रता से लेकर योजना में आवेदन करने का तरीका सब कुछ पता चल गया होगा। इस पोस्ट में शेयर की गई जानकारी अगर आपको अच्छी लगी हो तो आप मुझे अपने दोस्तों के साथ में जरूर शेयर कीजिए।
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